menu-icon
India Daily

सोने की कीमतों ने फिर तोड़ा रिकॉर्ड, इतिहास के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंची गोल्ड की वैल्यू: जानें क्यों बढ़ रही है कीमत

Gold prices at all time high: वैश्विक अनिश्चितताओं और मजबूत निवेशक मांग के बीच बुधवार, 5 फरवरी को सोने की कीमतें इतिहास के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी हैं.

auth-image
Edited By: Gyanendra Tiwari
Gold prices at all time high Rs85000 per 10 grams Why are gold rates rising know
Courtesy: Social Media

Gold prices at all time high: सोने की कीमतों ने एक नया रिकॉर्ड तोड़ा है और अब यह अपने इतिहास के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुँच चुकी है. 5 फरवरी, बुधवार को वैश्विक अस्थिरता और मजबूत निवेशक मांग के कारण सोने की कीमतें काफी बढ़ गई हैं. भारत में, 4 फरवरी को सोने की कीमत ₹85,000 प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को पार कर गई, जो कि पहले कभी नहीं हुआ था. एक दिन में ही सोने की कीमत ₹1,150 प्रति 10 ग्राम तक बढ़ गई.

वैश्विक स्तर पर, स्पॉट गोल्ड ने $2,853.97 प्रति औंस का अब तक का सबसे उच्चतम मूल्य छुआ. तो आइए जानते हैं कि सोने की कीमतों में यह उछाल क्यों आया और इसके पीछे कौन-कौन से कारण हैं.

सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के प्रमुख कारण

व्यापार युद्ध की स्थिति: चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता पैदा की है. चीन ने अमेरिकी आयातों पर शुल्क लगाया है, जबकि अमेरिका ने चीनी सामान पर शुल्क लगाया है. इस व्यापार युद्ध के कारण निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ी है.

अमेरिकी डॉलर की कमजोरी: अमेरिकी डॉलर में कमजोरी ने सोने को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए और भी आकर्षक बना दिया है. जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं, क्योंकि सोना अन्य मुद्राओं के मुकाबले सस्ता हो जाता है.

महंगाई का जोखिम: सोना महंगाई के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा के रूप में काम करता है. जब महंगाई की आशंका होती है, तो निवेशक सोने में निवेश करते हैं. हालांकि, उच्च ब्याज दरों से सोने की मांग पर असर पड़ सकता है, क्योंकि इससे अन्य निवेश विकल्पों में अधिक लाभ की उम्मीद होती है.

केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: चीन जैसे देश, जो आर्थिक दृष्टि से शक्तिशाली हैं, सोने के भंडार में वृद्धि करने में लगे हुए हैं. व्यापार युद्ध के कारण यदि आर्थिक तनाव बढ़ता है, तो चीन सोने के भंडार को और बढ़ा सकता है.

क्या सोने की कीमतें और बढ़ेंगी?

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक अस्थिरता बनी रहती है, तो सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं. कुछ विश्लेषकों का कहना है कि इस साल सोना $3,000 प्रति औंस के स्तर को भी पार कर सकता है.

"सोने के लिए अगला बड़ा मोड़ शायद $3,000 प्रति औंस का आंकड़ा हो सकता है," - Ilya Spivak, Head of Global Macro at Tastylive.

क्या अब सोने में निवेश करना चाहिए?

जब सोने की कीमतें इतनी ज्यादा बढ़ चुकी हैं, तो निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेना चाहिए. विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशकों को वैश्विक आर्थिक रुझानों पर नज़र रखनी चाहिए ताकि सोने की कीमतों के भविष्य की दिशा का सही अनुमान लगाया जा सके. हालांकि, निवेश करने से पहले सभी जोखिमों को समझना जरूरी है.

सोने की कीमतों में इस समय जो बढ़ोतरी हो रही है, वह विभिन्न वैश्विक घटनाओं और निवेशक गतिविधियों का परिणाम है. अगर आप सोने में निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो सभी कारकों पर ध्यान दें और सही समय का चुनाव करें.