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Federal Reserve Interest Rates: फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कितनी कटौती की? शेयर बाजार में पड़ेगा इसका असर

Federal Reserve Interest Rates: फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने बुधवार को बेंचमार्क फेडरल फंड्स रेट में कोई बदलाव नहीं किया.

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Federal Reserve Interest Rates: अमेरिकी केंद्रीय बैं  फेडरल रिजर्व ने बुधवार को हुई मीटिंग में ब्याज दर को लेकर हुई बैठक में कई फैसले लिए गए. केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया. यह दर 4.25% से 4.5% के बीच है. फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति और आने वाले समय के आंकड़ों के आधार पर वे ब्याज दरों में और कोई बदलाव नहीं करेंगे. समिति ने कहा, “आने वाले समय में यदि आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं या किसी प्रकार का संकट आता है, तो ब्याज दरों में बदलाव की स्थिति पर विचार किया जाएगा.”

फेडरल रिजर्व के अधिकारी मानते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है. हाल के आंकड़े बताते हैं कि आर्थिक गतिविधियां स्थिर बनी हुई हैं और बेरोजगारी दर काफी कम है. हालांकि, मुद्रास्फीति अभी भी कुछ हद तक ऊंची बनी हुई है. फेडरल रिजर्व का लक्ष्य है कि वह महंगाई को 2% पर लाए और रोजगार के अवसरों को बढ़ाए. इस समय, उनके अनुमान के अनुसार, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की संभावना बनी हुई है, और मुद्रास्फीति अगले कुछ महीनों में थोड़ा और बढ़ सकती है.

फेडरल रिजर्व आने वाले समय में घटा सकता है ब्याज दर

फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने 2025 में ब्याज दरों में दो बार 0.50% तक की कटौती की संभावना जताई है. इस कटौती का उद्देश्य मंदी से बचने और मुद्रास्फीति को नियंत्रण में लाना है. हालांकि, 2025 के लिए अमेरिकी GDP ग्रोथ अनुमान को 2.1% से घटाकर 1.7% कर दिया गया है. साथ ही, बेरोजगारी दर में हल्की बढ़ोतरी की संभावना भी जताई गई है.

शेयर बाजार पर पड़ेगा असर

जब ब्याज दरों में कोई बदलाव होता है, तो इसका सीधा असर शेयर बाजार पर पड़ता है. ब्याज दरों में कटौती से आमतौर पर आर्थिक गतिविधियां बढ़ती हैं, क्योंकि इससे उधारी सस्ती होती है और कंपनियों को निवेश करने का मौका मिलता है. लेकिन, जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो इसका असर निवेश पर पड़ता है, क्योंकि उधारी महंगी हो जाती है. ऐसे में, फेडरल रिजर्व का यह फैसला शेयर बाजार के लिए मिश्रित परिणाम ला सकता है. यदि फेडरल रिजर्व मंदी से बचने के लिए ब्याज दरों में कटौती करता है, तो शेयर बाजार में सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है.