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डॉव जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से अडानी एंटरप्राइजेज का नाम गायब!

S&P Dow Jones ने घोषणा की कि वह अदानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी, अदानी एंटरप्राइजेज को अपनी सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से हटा देगा. यह कदम मीडिया और स्टेकहोल्डर्स द्वारा किए गए विश्लेषण के बाद उठाया गया है, जो अकाउंटिंग स्कैम के आरोपों से जुड़ा है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Adani Enterprises

S&P Dow Jones ने घोषणा की कि वह अदानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी, अदानी एंटरप्राइजेज को अपनी सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से हटा देगा. यह कदम मीडिया और स्टेकहोल्डर्स द्वारा किए गए विश्लेषण के बाद उठाया गया है, जो अकाउंटिंग स्कैम के आरोपों से जुड़ा है. S&P Dow Jones Indices LLC, जो S&P Global, CME Group और News Corp का जॉइंट वेंचर्स है, 2011 में शुरू हुआ था और 2012 में लांच हुआ था.

डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज, जिसे सिर्फ डॉव कहा जाता है, अमेरिका के प्रमुख 30 कंपनियों का स्टॉक मार्केट इंडेक्स है और यह सबसे पुराने और सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले इक्विटी इंडेक्स में से एक है. यह कदम उस समय उठाया गया है जब BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) और NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ने अदानी ग्रुप की तीन कंपनियों- अदानी एंटरप्राइजेज, अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन और अंबुजा सीमेंट्स को उनके शॉर्ट-टर्म एडिशनल सर्विलांस मेजर (ASM) में डाल दिया है.

कंपनी के स्टॉक्स में ज्यादा उतार-चढ़ाव है प्रॉब्लम:

ASM के तहत, अगर किसी कंपनी के स्टॉक्स में ज्यादा उतार-चढ़ाव होता है, या अन्य कारणों से उसे शॉर्टलिस्ट किया जाता है, तो उस स्टॉक में इंट्रा-डे ट्रेडिंग के लिए 100% एडवांस मार्जिन की जरूरत होती है. इस कदम से शेयरों में सट्टेबाजी और शॉर्ट-सेलिंग को रोका जा सकता है. हालांकि, इस कदम को लेकर एक्सचेंजों ने कहा है कि यह केवल मार्केट की निगरानी के तहत किया गया एक कदम है, और इसे कंपनी के खिलाफ नेगेटिव एक्शन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.

अदानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है, जिसमें पिछले कुछ सेशन्स में अदानी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू 8.76 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा घट गया है. इसके अलावा, अदानी एंटरप्राइजेज ने अपनी 20,000 करोड़ रुपये की फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को कैंसिल कर दिया है और निवेशकों को उनकी राशि वापस करने की घोषणा की है.

अदानी ग्रुप पर आरोप लगाया गया था कि उसने शेयर की कीमतों में हेरफेर और स्कैम से संबंधित लेन-देन किए थे, लेकिन अदानी ग्रुप ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा है कि वह सभी कानूनों और डिस्क्लोजर नियमों का पालन करता है.