सोने और चांदी की कीमतों में शुक्रवार को भारी गिरावट दर्ज की गई. वैश्विक अनिश्चितता और मंदी की आशंका के बीच सुरक्षित निवेश माना जाने वाला सोना लगभग 1% नीचे आया, जबकि चांदी में 8% तक की बड़ी गिरावट देखी गई. यह तब हुआ जब डोनाल्ड ट्रम्प के "रेसिप्रोकल टैरिफ" की घोषणा के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में भारी बिकवाली हुई. भारत में बीएसई सेंसेक्स 930.67 अंक गिरकर 75,364.69 पर बंद हुआ, और निफ्टी 345.65 अंक लुढ़ककर 22,904.45 पर आ गया.
MCX और अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिति
सोने की कीमतों में गिरावट का कारण
विश्लेषकों के अनुसार, ट्रम्प के शुल्कों से कीमती धातुओं को बाहर रखने की खबरों के बाद सोने में बिकवाली बढ़ी. कोटक सिक्योरिटीज की कायनात चैनवाला ने कहा, "कॉमेक्स जून सोना कल 1.4% नीचे 3,073.5 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ, क्योंकि ट्रम्प के 'प्रतिशोधी' शुल्कों से कीमती धातुओं को छूट दी गई." एलकेपी सिक्योरिटीज के जतीन त्रिवेदी ने कहा, "बाजार ने शुल्कों के प्रभाव को पहले ही समायोजित कर लिया था, जिससे मुनाफावसूली स्वाभाविक थी."
क्या सोना 38% गिरेगा?
मॉर्निंगस्टार के जॉन मिल्स ने अनुमान लगाया कि सोना 1,820 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकता है, जो वर्तमान 3,080 डॉलर से 38% कम है. हालांकि, त्रिवेदी ने कहा, "यह भू-राजनीतिक स्थिति पर निर्भर करेगा. यदि तनाव कम रहा, तो सुरक्षित मांग घट सकती है." चैनवाला ने जोड़ा, "दर कटौती की उम्मीद और केंद्रीय बैंक खरीद से सोने को समर्थन मिलेगा."