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आएगी तूफानी तेजी या हो जाएगा धड़ाम, दिल्ली एग्जिट पोल के बाद कल कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल? जानें

शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति के फैसले के साथ-साथ एग्जिट पोल का असर बाजार की दिशा को तय कर सकता है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Delhi Assembly Election Exit Polls Impact on Indian Stock Market Nifty, Sensex

दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के बाद, शेयर बाजार की चाल पर सबकी नजरें हैं. हाल ही में शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया है, और निवेशकों की चिंता बनी हुई है. बुधवार को बाजार में हल्की गिरावट आई, जिसके बाद निवेशक अगले दिनों के लिए सतर्क हो गए हैं. तो, सवाल यह है कि क्या दिल्ली एग्जिट पोल के बाद बाजार में तेजी आएगी या फिर एक और गिरावट देखनी को मिलेगी? आइए जानते हैं शेयर बाजार की आगामी दिशा और इसके संभावित प्रभाव को.

बुधवार को बाजार की स्थिति

बुधवार को शेयर बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिली. बीएसई सेंसेक्स 312.53 अंक यानी 0.40 प्रतिशत गिरकर 78,271.28 पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई निफ्टी 42.95 अंक यानी 0.18 प्रतिशत गिरकर 23,696.30 पर बंद हुआ. बाजार में यह गिरावट मुख्य रूप से बैंकिंग, ऑटो, रियल एस्टेट और एफएमसीजी सेक्टरों में बिकवाली के कारण हुई.

विदेशी मुद्रा बाजार में भी तनाव देखने को मिला, और रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 36 पैसे गिरकर 87.43 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया. इस गिरावट के पीछे वैश्विक व्यापार युद्ध के बारे में चिंताएं थीं, जो निवेशकों में जोखिम-निवेश से बचाव की भावना को बढ़ावा दे रही थीं.

दिल्ली एग्जिट पोल के बाद निवेशकों की चिंता
दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के परिणाम के बाद, निवेशकों की चिंताएं और भी बढ़ गई हैं. हालांकि, इन एग्जिट पोल का असर शेयर बाजार पर तत्कालीन रूप से सीमित नहीं होता, लेकिन जब सरकार के चुनावी परिणाम सामने आते हैं, तो इसका असर निवेशकों के मनोबल पर पड़ सकता है. इसलिए, शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति के फैसले के साथ-साथ एग्जिट पोल का असर बाजार की दिशा को तय कर सकता है.

बाजार में तकनीकी संकेत
बाजार के तकनीकी संकेत भी दर्शाते हैं कि अगले कुछ दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है. निफ्टी इंडेक्स ने बुधवार को लाल मोमबत्ती बनाई, जिससे यह संकेत मिलता है कि निवेशक मुनाफा वसूलने के लिए बिकवाली कर सकते हैं. निफ्टी के लिए 23,600-23,630 के स्तर समर्थन के रूप में कार्य करेंगे, जबकि 23,800-23,810 के स्तर प्रतिरोध के रूप में कार्य करेंगे. यदि निफ्टी इन स्तरों को पार करता है, तो यह उसके अगले कदम का निर्धारण करेगा.

बैंक निफ्टी ने 50,343 के स्तर पर सकारात्मक बंद किया, लेकिन इसे अपने पिछले ब्रेकडाउन स्तर पर प्रतिरोध का सामना करना पड़ा. बैंक निफ्टी के लिए 50,000 के आसपास समर्थन और 50,600 के आसपास प्रतिरोध स्थित हैं.

क्या है आगे का अनुमान?
प्रशांत तपसे, सीनियर वीपी (रिसर्च), मेहता इक्विटी लिमिटेड के अनुसार, बाजार अगले कुछ सत्रों में उच्च उतार-चढ़ाव देख सकता है, खासकर RBI के मौद्रिक नीति निर्णय के बाद. यह निर्णय भारतीय मुद्रा की दिशा और बाजार के मनोबल को प्रभावित कर सकता है.

हालांकि, हाल के समय में मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स ने सकारात्मक प्रदर्शन किया है, जिससे इन सेक्टरों में निवेशकों का विश्वास बढ़ा है. अब बाजार की दिशा इस बात पर निर्भर करेगी कि कैसे निवेशक अगले कुछ दिनों में प्रतिक्रिया देते हैं, खासकर दिल्ली चुनाव और RBI की नीति के बाद.

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है. निवेशकों को सलाह है कि किसी भी निवेश से पहले अपने एडवाइजर की सलाह जरूर लें.