भारत में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें बढ़ने वाली हैं क्योंकि सरकार ने दोनों ईंधनों पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है. दरअसल, यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें वास्तव में नीचे की ओर बढ़ रही हैं, जो अमेरिकी प्रशासन द्वारा भारत समेत कई देशों टैरिफ प्लान से जुड़ा हुआ है. वित्त मंत्रालय की नई अधिसूचना के अनुसार,ये बदलाव 8 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बढ़ोतरी से पहले से ही मुद्रास्फीति के दबाव से जूझ रहे उपभोक्ताओं पर असर पड़ने की उम्मीद है. हालांकि, सरकार राजस्व बढ़ाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इस कदम के समय ने चिंताएं पैदा कर दी हैं, विशेष रूप से डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को लेकर अनिश्चितता के बीच, क्योंकि ईंधन की ऊंची लागत से घरेलू बजट पर और दबाव पड़ सकता है और परिवहन और वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं.
"PSU Oil Marketing Companies have informed that there will be no increase in retail prices of Petrol and Diesel, subsequent to the increase effected in Excise Duty Rates today," tweets Ministry of Petroleum & Natural Gas, Government of India https://t.co/K2YGWYZFFj pic.twitter.com/bSSEPH83E0
— ANI (@ANI) April 7, 2025
पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं होगी
वहीं, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय का कहना है कि, "सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने सूचित किया है कि आज उत्पाद शुल्क दरों में की गई वृद्धि के बाद पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं होगी.
हालांकि, हाल ही में जारी आदेश में ये साफ नहीं किया गया है कि यह खुदरा कीमतों को कैसे और कब प्रभावित करेगा, लेकिन तेल मंत्रालय ने पुष्टि की है कि इसका भारतीय उपभोक्ताओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में कमी के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हाल ही में हुई कटौती के साथ उत्पाद शुल्क में वृद्धि को संतुलित किए जाने की उम्मीद है.