Budget 2025: लोकसभा में वित्त मंत्री द्वारा दिया गया बजट भाषण आमतौर पर किसी भी बजट का सबसे ज़्यादा अनुसरण किया जाने वाला हिस्सा होता है. यह अगले साल के लिए सरकार की खर्च योजनाओं, साल के दौरान शुरू किए जाने वाले कार्यक्रमों और योजनाओं, करों में किए जाने वाले बदलावों का एक बड़ा चित्र पेश करता है. लेकिन बजट में भाषण के अलावा और भी बहुत कुछ होता है. बजट की बारीकियां लगभग एक दर्जन दस्तावेज़ों में पाई जा सकती हैं. आईए हम बताते हैं कि बजट को बेहतर ढंग से समझने के लिए इन दस्तावेज़ों में क्या देखना चाहिए.
बजट स्पीच दो हिस्सों में बांटी जाती है. ऐसे में भाग A में सरकार अपनी योजनाओं, कल्याणकारी योजनाओं के लिए फंड आवंटन, विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन, आर्थिक विस्तार, रोजगार सृजन और अर्थव्यवस्था की वित्तीय स्थिति के बारे में बात करती है. उदाहरण के लिए, जुलाई 2024 के बजट में वित्त मंत्री ने रोजगार सृजन को बढ़ावा देने, महिलाओं की कार्यबल में भागीदारी बढ़ाने और कार्यस्थल के पास आवास उपलब्ध कराने के योजनाओं का ऐलान किया था.
भाग B में करों के बारे में बदलाव की होती है चर्चा!
पर्सनल आयकर और कॉर्पोरेट लाभकर में बदलाव, कस्टम ड्यूटी में संशोधन और कर कानूनों के अनुपालन में आसानियां. हालांकि, वित्त मंत्री बजट में वस्तु और सेवा कर (GST) प्रणाली में कोई बदलाव नहीं घोषित कर सकतीं, क्योंकि यह निर्णय GST काउंसिल द्वारा लिया जाता है, जिसमें केंद्रीय वित्त मंत्री और सभी राज्य वित्त मंत्री शामिल होते हैं. पिछले साल के बजट में उन्होंने छोटे करदाताओं के लिए नए कर व्यवस्था में राहत का ऐलान किया था.
बजट एट ए ग्लांस
यह दस्तावेज बजट के असल संख्याओं का सारांश देता है. इसमें सरकार द्वारा अपेक्षित आय, जैसे कि करों और अन्य स्रोतों से प्राप्तियां, और मुख्य खर्च मदों का ब्योरा होता है. इसमें प्रमुख योजनाओं के लिए आवंटन और घाटे का विवरण भी होता है. यह दस्तावेज उन लोगों के लिए उपयोगी है जो बजट के जटिल विवरण में नहीं जाना चाहते.
वित्त विधेयक की व्याख्या.
यह दस्तावेज उन लोगों के लिए है जो कर कानूनों के बारे में समझना चाहते हैं। इसमें वित्त विधेयक के माध्यम से प्रस्तावित सभी कर सुधारों की व्याख्या की जाती है। यदि आप आयकर और प्रत्यक्ष करों में बदलाव को समझना चाहते हैं, तो यह दस्तावेज आपकी मदद कर सकता है।
जानिए क्या होता है वित्त विधेयक?
यह दस्तावेज मुख्य रूप से चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और वकीलों के लिए है. वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तावित सभी कर कानूनों में संशोधन को दोनों सदनों से पारित होने के बाद ही लागू किया जाता है. वित्त विधेयक में आयकर, कस्टम, उत्पाद शुल्क, और अन्य कानूनों में प्रस्तावित सभी संशोधन होते हैं। यह विधेयक संसद में बहस के बाद लागू होता है.
राजस्व और व्यय बजट!
इन दस्तावेजों में सरकार द्वारा उठाए गए और खर्च किए जाने वाले हर रुपये का विवरण होता है. राजस्व बजट दस्तावेज में करों, ब्याज, ऋण, रिजर्व बैंक के हस्तांतरण, विनिवेश और अन्य स्रोतों से होने वाली आय का ब्योरा होता है. व्यय बजट में हर मंत्रालय के कार्यक्रमों और योजनाओं के लिए खर्च योजनाओं का विवरण होता है.