menu-icon
India Daily

पीयूष गोयल की इस बात पर फिदा हुए बोट फाउंडर अमन गुप्ता, कहा- हमें AI की और गहराई में...

Boat Founder Aman Gupta backs Piyush Goyal statement: अमन गुप्ता ने मंत्री पीयूष गोयल की इस सोच की तारीफ की और कहा कि भारत को अगर तकनीकी क्षेत्र में दुनिया से मुकाबला करना है तो गहराई में उतरना ही पड़ेगा. 

auth-image
Edited By: Gyanendra Tiwari
Boat Founder Aman Gupta backs Piyush Goyal statement for India to compete in deeptech and AI
Courtesy: Social Media

Boat Founder Aman Gupta backs Piyush Goyal statement: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के एक बयान का बोट (boAt) के को-फाउंडर अमन गुप्ता ने समर्थन किया है. अमन गुप्ता ने कहा कि भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डीपटेक, क्लाइमेट टेक्नोलॉजी, मोबिलिटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में और गहराई से काम करने की जरूरत है.

अमन गुप्ता ने आगे कहा कि चीन या अमेरिका जैसे देशों से मुकाबला करना हमारी कमजोरी नहीं है, बल्कि यह एक समझदारी भरी रणनीति है. उन्होंने बताया कि भारत आज दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप इकॉनमी बन चुका है और सबसे तेजी से आगे बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था भी है. लेकिन अगर भारत नंबर वन बनना चाहता है तो उसे तकनीक के हर क्षेत्र में गहराई से निवेश करना होगा.

तकनीकी स्तर पर दुनिया से टक्कर जरूरी

अमन गुप्ता ने कहा कि भारत को अपने खुद के बड़े लैंग्वेज मॉडल (LLM) और इनोवेशन प्लेटफॉर्म तैयार करने की जरूरत है, ताकि हम ग्लोबल स्तर पर मुकाबला कर सकें. उन्होंने ये भी बताया कि इसके लिए रिसर्च पर ज्यादा ध्यान देना होगा और फाउंडर्स और सरकार के बीच बेहतर तालमेल बनाना जरूरी है.

अमन गुप्ता ने कहा कि भारत को ऐसे निवेशकों की जरूरत है जो लंबे समय तक धैर्य रखें और रिस्क लेने को तैयार हों. इसके अलावा सरकार और उद्यमियों के बीच मिलकर काम करने की संस्कृति को भी बढ़ावा देना होगा.

पीयूष गोयल ने दिया था बड़ा संदेश

बता दें कि हाल ही में 'स्टार्टअप महाकुंभ 2025' के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय स्टार्टअप्स की सोच पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि चीन जैसे देश से भारत को सीखना चाहिए, क्योंकि वहां सेमीकंडक्टर चिप्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरियों पर काम हो रहा है.

पीयूष गोयल ने यह भी कहा कि अगर भारत को केवल डिलीवरी ऐप या दुकानदार बनकर रहना है तो हम दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं बन पाएंगे. उन्होंने कहा कि भारत में केवल 1000 डीपटेक स्टार्टअप्स हैं, जो कि बहुत कम हैं.