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India Daily

Ajax Engineering का IPO हुआ लिस्ट, शेयर बाजार की खस्ता हालत नहीं दिला पाई धमाकेदार लिस्टिंग, धड़ाम-धड़ाम गिरे सेंसेक्स और निफ्टी

Ajax Engineering का आईपीओ लिस्ट तो हुआ, लेकिन बाजार की नकारात्मक स्थिति के कारण उसे अच्छे रिजल्ट नहीं मिल पाए. लिस्टिंग के बाद Ajax Engineering के शेयरों में भी गिरावट आई.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Ajax Engineering IPO listed Share down Sensex and Nifty falls
Courtesy: Social Media

Ajax Engineering Share:  Ajax Engineering Ltd. का आईपीओ (Initial Public Offering) लिस्ट हुआ, लेकिन शेयर बाजार की खराब स्थिति के कारण उसे जोरदार लिस्टिंग का अनुभव नहीं हुआ. कंपनी के शेयर ₹629 प्रति शेयर के इश्यू प्राइस पर जारी किए गए थे, लेकिन लिस्टिंग के समय यह ₹576 प्रति शेयर (NSE पर) और ₹593 प्रति शेयर (BSE पर) के आसपास कारोबार कर रहे थे.

सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट की वजह से लिस्टिंग पर असर

इसी समय, भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों ही भारी गिरावट का सामना कर रहे थे. सेंसेक्स और निफ्टी के लिए यह एक मुश्किल समय था, क्योंकि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा लगातार बिकवाली और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय निर्यातों पर पलटवार शुल्क लागू करने जैसे कारकों ने बाजार की स्थिति को और कमजोर कर दिया. इसके साथ ही रुपये की गिरावट ने निवेशकों की धारणा पर और दबाव डाला. इस कारण Ajax Engineering के शेयरों को लिस्टिंग पर वह जोरदार प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई जो उम्मीद की जा रही थी.

6 महीने की रिपोर्ट में कंपनी का मुनाफा बढ़ा, लेकिन बाजार की हालत ने किया असर

Ajax Engineering Ltd. के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का मुनाफा 21.8% बढ़कर ₹101 करोड़ तक पहुंच गया है, जबकि राजस्व में 12.4% की बढ़ोतरी हुई है, जो ₹770 करोड़ तक पहुंच चुका है. ये आंकड़े कंपनी के विकास की दिशा को दर्शाते हैं, लेकिन खराब बाजार स्थिति के कारण इस विकास को सही तरीके से बाजार में रिफ्लेक्ट नहीं किया गया.

निफ्टी 50 और सेंसेक्स में गिरावट का सिलसिला जारी

2025 के फरवरी महीने की 17 तारीख को निफ्टी 50 और सेंसेक्स में लगातार आठ दिनों की गिरावट का सिलसिला जारी रहा. 9 दिन की गिरावट के बाद, निफ्टी 50 में एक और बड़ा गिरावट दर्ज हुआ, जो 2011 के मई महीने के बाद से सबसे लंबा गिरावट वाला समय था. इस समय विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा शेयरों की बिकवाली, रुपये की गिरावट और अन्य वैश्विक घटनाओं ने भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित किया.

निफ्टी और सेंसेक्स के गिरने का असर छोटे और मंझले शेयरों पर भी पड़ा

जब बड़े शेयरों में गिरावट का सामना हो रहा था, तो निफ्टी स्मॉलकैप 100 और निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स भी दो प्रतिशत से ज्यादा गिर गए थे. इस कारण निवेशकों को यह लगने लगा कि बाजार की स्थिति अभी सुधारने वाली नहीं है, जिससे छोटे और मंझले निवेशकों को भी नुकसान हुआ.

डिस्क्लेमर: यह खबर जानकारी देने के उद्देश्य से लिखी गई है. हम किसी को शेयर बाजार में निवेश करने की सलाह नहीं दे रहे हैं. कहीं भी निवेश करने से पहले अपने आर्थिक सलाहकार से सलाह अवश्य लें.