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रुचि सोया के बाद योग गुरु बाबा रामदेव के हाथ लगी बड़ी डील, पतंजलि को मैग्मा इंश्योरेंस की हिस्सेदारी बेचेंगे अदार पूनावाला

2006 में शुरू हुई पतंजलि आयुर्वेद आयुर्वेदिक दवाओं और एफएमसीजी उत्पादों के लिए जानी जाती है। वहीं, 1929 में स्थापित डीएस ग्रुप खाद्य, मिठाई, आतिथ्य, डेयरी और लक्जरी रिटेल जैसे क्षेत्रों में सक्रिय है। दोनों समूह मिलकर मैग्मा इंश्योरेंस को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कोशिश करेंगे।

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Edited By: Sagar Bhardwaj
 Baba Ramdev

पतंजलि की एक और बड़ी कामयाबी: बाबा रामदेव और डीएस ग्रुप ने अदार पूनावाला से खरीदी मैग्मा इंश्योरेंस की हिस्सेदारी
योग गुरु बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद ने एक और बड़ी डील अपने नाम कर ली है। अदार पूनावाला ने अपनी मैग्मा इंश्योरेंस कंपनी की हिस्सेदारी पतंजलि आयुर्वेद और डीएस ग्रुप को 4,500 करोड़ रुपये में बेचने का ऐलान किया है। इस सौदे के बाद मैग्मा इंश्योरेंस में 98% हिस्सेदारी पतंजलि और डीएस ग्रुप के पास होगी। पूनावाला की कंपनी सनोती प्रॉपर्टीज में 90% हिस्सेदारी थी, जो इस सौदे का अहम हिस्सा है। यह कदम पूनावाला के लिए बीमा क्षेत्र में अपनी रणनीति बदलने का संकेत देता है।

पतंजलि और डीएस ग्रुप के लिए यह अधिग्रहण बीमा उद्योग में उनकी स्थिति को मजबूत करने वाला साबित हो सकता है। 4,500 करोड़ रुपये का यह सौदा दोनों समूहों की वित्तीय ताकत और इस प्रतिस्पर्धी क्षेत्र में विस्तार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नए मालिकों के नेतृत्व में मैग्मा इंश्योरेंस के विकास और रणनीतिक बदलाव की संभावनाएं बढ़ गई हैं। यह सौदा ऐसे समय में हुआ है, जब उद्योग में विलय और अधिग्रहण की गतिविधियां तेज हो रही हैं।

मैग्मा जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड 70 से अधिक बीमा उत्पादों की पेशकश करती है, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक ग्राहकों के लिए हैं। व्यक्तिगत उत्पादों में वाहन (कार, मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर), स्वास्थ्य, दुर्घटना और घर का बीमा शामिल है, जबकि व्यावसायिक उत्पादों में आग, इंजीनियरिंग, दायित्व और समुद्री बीमा आते हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का ग्रॉस रिटन प्रीमियम (जीडब्ल्यूपी) 3,295 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2025 में इसके 3,650-3,700 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है, साथ ही 20-25 करोड़ रुपये का टैक्स से पहले मुनाफा होने का अनुमान है।

2006 में शुरू हुई पतंजलि आयुर्वेद आयुर्वेदिक दवाओं और एफएमसीजी उत्पादों के लिए जानी जाती है। वहीं, 1929 में स्थापित डीएस ग्रुप खाद्य, मिठाई, आतिथ्य, डेयरी और लक्जरी रिटेल जैसे क्षेत्रों में सक्रिय है। दोनों समूह मिलकर मैग्मा इंश्योरेंस को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कोशिश करेंगे।

पतंजलि के प्रवक्ता ने कहा, "बीमा क्षेत्र में 100% एफडीआई की छूट जैसे सुधार हो रहे हैं। भारत में बीमा की पहुंच अभी विकसित देशों की तुलना में कम है। आईआरडीएआई का '2047 तक सबके लिए बीमा' का विजन इस अंतर को भर सकता है। पतंजलि के 2 लाख काउंटरों, रिलायंस रिटेल जैसे चेन और 250 मेगा स्टोर के जरिए हम ग्रामीण बाजारों तक पहुंच बनाकर मैग्मा को बढ़ावा देंगे।"

अदार पूनावाला ने कहा, "हमें गर्व है कि मैग्मा ने पिछले कुछ वर्षों में 1,000 एजेंटों, 80 से अधिक वित्तीय संस्थानों और बड़े ओईएम के साथ मजबूत कारोबार बनाया है। पिछले 5 साल में इसकी विकास दर 26% रही। हमें भरोसा है कि पतंजलि और डीएस ग्रुप के नेतृत्व में यह कंपनी बीमा उद्योग में योगदान देती रहेगी।" बीमा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और ग्राहकों की बदलती जरूरतें इसे चुनौतीपूर्ण बनाती हैं। पतंजलि और डीएस ग्रुप का यह कदम बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की उनकी महत्वाकांक्षा को दिखाता है। यह सौदा उद्योग में नए बदलाव ला सकता है।