Adani Bribery Charges: GQG Partners का नाम तो आपने सुना ही होगा. NRI निवेशक राजीव जैन द्वारा संचालित ऑस्ट्रेलिया स्थित निवेश फर्म GQG Partners वही है जिसने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने पर भी गौतम अडाणी का साथ नहीं छोड़ा था. इस फर्म ने अडाणी समूह की कंपनियों में अपना निवेश बरकरार रखा था. GQG Partners, 2023 में हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह में निवेश करने वाले शुरुआती निवेशकों में से एक था.
अडाणी समूह पर लगे रिश्वत के आरोपों पर अब जीक्यूजी पार्टनर्स ने एक बयान जारी किया है. फर्म ने कहा है कि वह इस मामले की बारीकी से निगरानी कर रहा है और इस पर कार्रवाई करने के लिए अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा कर सकता है.
बारीकी से कर रहे आरोपों की निगरानी
GQG Partners ने ऑस्ट्रेलियन एक्सचेंज को भेजे गए एक बयान में कहा कि वह न्यूयॉर्क के ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) द्वारा गौतम अडाणी और अडाणी समूह के अन्य अधिकारियों और कंपनियों के खिलाफ दायर किए गए आरोपों की बारीकी से निगरानी कर रहा है. अमेरिकी अभियोजकों ने अडाणी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भारत में एक बड़े सौर ऊर्जा परियोजना में निवेशकों को धोखा दिया और यह खुलासा नहीं किया कि यह परियोजना कथित तौर पर एक रिश्वत घोटाले से जुड़ी हुई थी.
GQG के शेयरों में 26% की गिरावट
अडाणी पर सिक्योरिटीज फ्रॉड और वायर फ्रॉड में साजिश करने के आरोप लगाए गए हैं. इन आरोपों के बाद GQG के शेयरों में 26% की गिरावट आई, जो इस मामले से संबंधित निवेशकों की चिंता को दर्शाता है.
GQG की अडाणी कंपनियों में हिस्सेदारी
GQG की 30 सितंबर 2024 तक अडाणी की कंपनियों में हिस्सेदारी
अडाणी समूह ने आरोपों का किया खंडन
अडाणी समूह ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें "निराधार" बताया है. एक प्रवक्ता ने कहा, "जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद कहा है, आरोपों में केवल आरोप लगाए गए हैं और अभियुक्तों को दोषी साबित होने तक निर्दोष माना जाएगा. हम सभी कानूनी उपायों का उपयोग करेंगे."
अडाणी समूह ने यह भी जोर दिया कि वह हमेशा उच्चतम मानकों का पालन करता है और अपने संचालन के सभी क्षेत्रों में पारदर्शिता और नियमों का सख्ती से पालन करता है. कंपनी ने यह आश्वासन भी दिया कि वह सभी कानूनों का पालन करती है और अपने भागीदारों, कर्मचारियों और अन्य हितधारकों को इस संबंध में विश्वास दिलाती है.