Share Bazaar Crash: सोमवार, 7 अप्रैल 2025 को भारतीय शेयर बाजार खुलते ही जैसे भूचाल आ गया. बीएसई सेंसेक्स करीब 3,900 अंक तक टूट गया, वहीं एनएसई निफ्टी में भी 1,000 अंकों की जोरदार गिरावट देखी गई. इस क्रैश ने निवेशकों को एक झटके में करोंड़ों का नुकसान करवा दिया.
बता दें कि शेयर बाजार में आई इस ऐतिहासिक गिरावट के चलते निवेशकों की संपत्ति में जबरदस्त सेंध लगी. महज शुरुआती कुछ मिनटों के कारोबार में ही बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण घटकर ₹387 लाख करोड़ रह गया, जो शुक्रवार को ₹403 लाख करोड़ था. यानी सिर्फ एक कारोबारी दिन में ₹16 लाख करोड़ का नुकसान!
ट्रंप के टैरिफ का ग्लोबल इम्पैक्ट
इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित नया टैरिफ कानून. ट्रंप ने भारत समेत 180 से ज्यादा देशों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है, जिससे वैश्विक निवेशकों में डर का माहौल बन गया है.
एशियाई बाजार भी लाल निशान में
वहीं, इस घोषणा के बाद सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि हांगकांग का हेंगसेंग और जापान का निक्केई जैसे तमाम एशियाई बाजार भी भारी गिरावट में आ गए. विदेशी निवेशकों ने तेजी से पैसे निकालने शुरू कर दिए, जिससे बाजार और ज्यादा डगमगा गया.
ट्रंप के कार्यकाल में अब तक ₹45 लाख करोड़ का नुकसान
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से अब तक भारतीय शेयर बाजार करीब ₹45 लाख करोड़ का नुकसान झेल चुका है. 20 जनवरी 2025 को बीएसई का एमकैप ₹4,31,59,726 करोड़ रुपये था, जो अब घटकर ₹3,86,01,961 करोड़ रुपये रह गया है.