Mandatory Traffic Signs: रोड पर चलते हुए या गाड़ी चलाते हुए ट्रैफिक साइन्स को फॉलो करना जरूरी है. ये हमारी सेफ्टी के लिए ही लगाए जाते हैं. इन्हें समझना उतना ही जरूरी है जितना गाड़ी चलाना. लेकिन कई लोग इन्हें इग्नोर कर देते हैं और चालान करा बैठते हैं. अगर आपको हर ट्रैफिक साइन के बारे में नहीं पता है तो यहां हम आपको इनके बारे में सबकुछ बता रहे हैं.
ट्रैफिक साइन्स क्या हैं?
ट्रैफिक साइन्स, रोड गाइड होते हैं. कौन-सा रास्ता कहा जाना है, कौन-सा रास्ता बंद है, साइकिल वाले कहां चल सकते हैं, गाड़ी कितनी स्पीड पर चलानी है आदि. इन साइन्स को सड़क पर ड्राइवरों, साइकिल चलाने वालों और पैदल चलने वालों के लिए बनाया गया है. रोड सेफ्टी के लिए इन्हें डिजाइन किया गया है.
ट्रैफिक साइन्स कैसे करते हैं मदद:
ट्रैफिक साइन्स ट्रैफिक फ्लो को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. साथ ही रोड सेफ्टी पर ध्यान देते हैं और एक्सीडेंट्स होने से बचाते हैं.
ट्रैफिक साइन्सखतरे की चेतावनी देते हैं. ये साइन्स ड्राइवर्स को यह बताते हैं कि आगे से शार्प कट है, ढलान वाली रोड है या फिर वर्क इन प्रोग्रेस है.
ट्रैफिक साइन्स से अस्पताल, फ्यूल स्टेशन और हवाई अड्डों के डायरेक्शन्स भी मिलते हैं.
गाड़ी कहां पर स्लो रखनी है, कहां पर नो पार्किंग जोन है और कहां पर नो एंट्री जोन है, इस तरह की बातें भी ट्रैफिक्स साइन्स से पता चल जाती हैं.
जरूरी ट्रैफिक सिग्नल्स:
स्टॉप साइन: यह एक जरूरी साइन है. यह बताता है कि आगे बढ़ने से पहले ड्राइवरों को स्टॉप लाइन या क्रॉसवॉक पर रुकना होगा.
स्पीड लिमिट: इसका साइन आपको बताता है कि किसी रोड पर कितनी स्पीड में गाड़ी चलाई जा सकती है.
यील्ड साइन: यह संकेत देता है कि ड्राइवरों को अन्य व्हीकल्स या पैदल यात्रियों को रास्ता देना चाहिए.
वन-वे साइन: यह साइन बताता है कि यह सड़क या इस सड़क पर ट्रैफिक एक ही तरफ जा रहा है.
डू नॉट एंटर: यह साइन बताता है कि इस रास्ते पर एंट्री मना है.
नो यू-टर्न: यह साइन बताता है कि ड्राइवरों को सड़क पर यू-टर्न लेने की अनुमति नहीं है.
नो पार्किंग: यह साइन बताता है कि ड्राइवरों को यहां पर गाड़ी पार्क करने की अनुमति नहीं है.
पैदल यात्री क्रॉसिंग: यह साइन बताता है कि ड्राइवर्स को सड़क पार कर रहे लोगों के लिए रुकना चाहिए.