Flying Car : जापान की कंपनी सुजुकी ने अपनी पहली फ्लाइंग कार के प्रोडक्शन की शुरुआत कर दी है. इसका निर्माण कंपनी जापान के इवाता स्थित प्लांट में कर रहीं है. इस कार को सुजुकी ने हाल ही में भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2024 में पेश किया था. यह कार पूरी तरह से इलेक्ट्रिक और ऑटोनोमस है. इसको एडवांस्ड मोबिलिटी (AAM) या फिर अर्बन एयर मोबिलिटी (UAM) के नाम से भी जाना जाता है.
माना जा रहा है कि इस प्लांट में एक साल के भीतर 100 इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (EVTOL) फ्लाइंग कारों का प्रोडक्शन किया जा सकता है.इसका काम शहरी इलाकों में यातायात के बढ़ते दबाव को कम करने में मदद मिल सकेगी. यह कार वर्टिकल रूप से उड़ने और लैंड करने में भी समर्थ है.
सुजुकी की यह कार एक बिजली से चलने वाला एक ड्रोन है. इसमें ऑटोपायलट और ऑटोनोमस असिस्ट जैसे फीचक भी दिए गए हैं. यह एक कॉम्पैक्ट 3 सीटर ड्रोन है. यह हेलीकॉप्टर की तरह ही काम करता है. माना जा रहा है कि इन कामर्शियल फ्लाइंग ड्रोन का इस्तेमाल निकट भविष्य में एयर टैक्सी की तरीके किया जा सकता है.
इस ड्रोन कार की टेस्टिंग 2027 में गुजरात में होगी. इसकी टेस्टिंग के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के लिए एक समझौता किया गया है. जापान की विमान निर्माता कंपनी स्काईड्राइव ने eVTOL को आगे टेक्निकल हेल्प देने के लिए भारत के हैदराबाद स्थित एक कंरनी साइएंट के साथ भी एक समझौता किया है. इस कंपनी ने दावा किया है कि कार्गो ड्रोन जापान के कुछ पहाड़ी इलाकों पर काम कर रहे हैं. इस कंपनी ने शुरुआत में एक कॉम्पैक्ट 2 सीटर इलेक्ट्रिक फ्लाइंग कार भी तैयार की थी.
इस फ्लाइंग कार की रेंज 15 मिनट में 15 किमी जाने की है. स्काई कार में दो यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी. यह 12 यूनिट मोटर और रोटर्स की मदद से उड़ती है. इसकी अधिकतम गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा है. इस कंपनी की योजना 2031 में बड़ी और बेहतर फ्लाइंग कार बनाने की है. जो तीन यात्रियों को बैठाने की क्षमता के साथ ही 40 किमी तक रेंज प्रदान करेगी.