बजाज फ्रीडम 125 बाइक की भारत में चर्चा है. लोगों के रिएक्शन इस बाइक को लेकर मिलीजुली है. खासकर के सीएनजी बाइक की माइलेज तो जबर्दस्त है, लेकिन इसे लेकर सुरक्षा की भी कुछ चिंताएं हैं. सीएनजी से सिलेंडर के बारे में काफी बातें हो रही है. सीएनजी की सिलेंडर बाइक की सीट के नीचे फिट किया गया है. ये लोगों में डर पैदा कर रहा है. हालांकि, कंपनी का कहना है कि इसे 11 टेस्ट में सफलता हासिल हुई है और इसमें ब्लास्ट या अन्य किसी प्रकार का खतरा नहीं है.
इस बाइक को पेट्रोल बाइक के सबस्टिट्यूट के रूप में देखा जा रहा है. लेकिन लोगों में मन ये डर है कि क्या सीएनजी बाइक वाकई उतनी ही सुरक्षित हैं जितनी वे लगती हैं? ये इस लिए भी पैदा हो रहा है क्योंकि इलैक्ट्रिक बाइक में आग लगने की घटान देखी गई है. कई बाइक में अचानक आग लग गई. सीएनजी एक ज्वलनशील गैस है और अगर टैंक या पाइपलाइन में रिसाव होता है, तो आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. सीएनजी टैंक के हादसे में क्षतिग्रस्त होने की संभावना हो सकती है.
सीएनजी के सिलेंडर में ज्यादा प्रेशर बनने से फट भी सकता है. सीएनजी मोटरसाइकल में पेट्रोल बाइक की तुलना में ज्यादा जटिल फ्यूल सिस्टम होता है, जिससे मैकेनिकल फेल्योर का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि, इन सभी बातों को लेकर सीएनजी ने वीडियो के जरिये साफ-साफ कहा है कि फ्रीडम 125 में सेफ्टी से जुड़ीं सारी चिंताओं का समाधान किया गया है. फिलहाल भारत में सीएनजी स्टेशन कम हैं.
सीएनजी बाइक पेट्रोल से चलने वाली बाइक की तुलना में कम ग्रीनहाउस गैसों और प्रदूषकों का उत्सर्जन करती हैं. वहीं, सीएनजी बाइक ज्यादा माइलेज भी देती है, जिसकी वजह से पैसे की बचत होती है. सीएनजी से चलने वाली गाड़ी कम शोर करती है. सीएनजी बाइक को लेकर जो चिंताएं हैं उसे दूर करने के लिए इसते सीएनजी टैंक और फ्यूल सिस्टम विकसित करने पर जोर देने चाहिए. केंद्र सरकार को सीएनजी बाइक पर सख्त सुरक्षा मानक लागू करना चाहिए.