Astro lifestyle: ग्रहों का अशुभ प्रभाव आपके शरीर में बीमारियां भी दे सकता है. जैसे सूर्य ग्रह आपके खाने को पचाने में सहायता करता है. वहीं, राहु आंतों की प्रक्रिया को संचालित करता है और बृहस्पति आपके पाचन तंत्र का स्वामी होता है. ऐसे में किसी भी ग्रह का अशुभ प्रभाव आपको पेट संबंधी बीमारी दे सकते है. ज्योतिष के अनुसार कुंडली का 5वां, नौवां और 11वां भाव पाचन तंत्र से संबंधित होता है. वहीं, ग्रहों में चंद्रमा, सूर्य और राहु का सीधा संबंध आपके पेट से होता है.
आपके शरीर में चंद्रमा ग्रह पानी और खाद्य पदार्थों का संतुलन बनाता है तो सूर्य खाने को पचाने में हेल्प करता है.इसके साथ ही राहु ग्रह आंतों की प्रक्रिया का संचालन करता है. हालांकि आपके पाचन तंत्र का स्वामी बृहस्पति ग्रह होता है.
माना जाता है कि जब कुंडली में पृथ्वी तत्व की मात्रा अधिक हो जाए या जल तत्व के ग्रह कमजोर स्थिति में हों. शनि के अधिक मजबूत होने और पंचम स्थान पर राहु का संबंध होने पर भी कब्ज की समस्या हो जाती है.
इससे निजात पाने और ग्रहों के शुभ प्रभाव के लिए आपको अपनी दिनचर्या को ठीक करना होगा. सप्ताह में एक बार उपवास रखें और मोती या फिर ओपल धारण करें. इसके साथ ही नारंगी रंग का आप अधिक से अधिक प्रयोग करें.
जब चंद्रमा की स्थिति कमजोर होती है या फिर सूर्य और चंद्रमा अधिक पास हो जाते हैं. इसके अलावा अगर पंचम भाव पर अग्नि संबंधित ग्रहों का प्रभाव हो जाता है तो एसिडिटी की समस्या से आप परेशान हो सकते हैं. कुंडली का द्वितीय भाव दूषित होने पर भी एसिडिटी हो जाती है.
इस स्थिति से बचने के लिए आपक तनाव न लें. इसके अलावा बहुत अधिक ठंडा या फिर गर्म पानी न पिएं. तांबे के पात्र में पानी पिएं. किसी अच्छे ज्योतिषीय से सलाह लेकर ओपल या फिर मोती रत्न धारण करें.
पेट में अल्सर की समस्या तब होती है जब कुंडली के पंचमा भाव पर मंगल या केतु का प्रभाव होता है. इसके अलावा सूर्य का संबंध जब अग्नि ग्रहों से होता है. शरीर में जल तत्व की मात्रा कमजोर हो या फिर बृहस्पति के अत्यंत कमजोर होने पर पेट में अल्सर की समस्या हो जाती है.
इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो खाली पेट बिल्कुल भी नहीं रहें. अन्न की जगह पर सब्जियों या फलों का सेवन करें. चांदी के गिलास से पानी पिएं
अगर बृहस्पति ग्रह अशुभ फल दे रहा है तो आपको पेट संबंधी समस्या हो सकती है. इसके साथ ही मोटापा, लिवर में समस्या, किडनी आदि की समस्या का कारण भी बृहस्पति ग्रह की खराबी बनती है. इस समस्या से बचने के लिए पानी में हल्दी डालकर नहाएं. गुरुवार के दिन शिक्षा से संबंधित वस्तुओं का दान करें. ऐसा करने से बृहस्पति ग्रह के शुभ फल आपको मिलने लगते हैं.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.