Shani Ast : कर्मफलदाता शनि अभी कुंभ राशि में विराजमान हैं. आगामी 11 फरवरी को शनि इसी राशि में अस्त होने वाले हैं. शनि के अस्त होते ही कई राशि वालों के खराब दिनों की शुरुआत हो जाएगी.
शनि किसी राशि में करीब ढाई वर्षों तक विराजमान रहते हैं. अब साल 2025 में शनि देव कुंभ राशि से मीन राशि में विराजमान हो जाएंगे. साल 2024 में शनिदेव राशि परिवर्तन तो नहीं करेंगे लेकिन अपनी स्थिति में बदलाव अवश्य करेंगे. इसी के चलते आगामी 11 फरवरी को शनि देव कुंभ राशि में अस्त होने जा रहे हैं. शनि के अस्त होने से सभी 12 राशियों के लोगों का जीवन प्रभावित होगा. कुछ के लिए यह परिवर्तन काफी शुभ तो कुछ के लिए अशुभ रहने वाला है. आइए जानते हैं कि शनि के कुंभ राशि में अस्त होने से किन राशि के लोगों को नुकसान होने वाला है.
शनि का कुंभ राशि में अस्त होना मेष राशि वालों के लिए अच्छा नहीं रहने वाला है. आपकी प्रोफेशनल लाइफ में वाद-विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है. आर्थिक तौर पर आपको परेशानियों का सामना कर पड़ सकता है. खर्च की अधिकता से आपका मन परेशान रहेगा. बेवजह आपको स्ट्रेस भी रह सकता है. इस कारण आपको काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
वृषभ राशि वालों के लिए भी शनि का अस्त होना काफी शुभ माना जा रहा है. आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है. जीवन में आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. काम पूरा करने में आपको रुकावटें महसूस हो सकती हैं. आपको अपनी सेहत पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है.
शनि के अस्त होने की स्थिति कन्या राशि वालों के लिए लाभदायक नहीं रहने वाली है. आर्थिक स्थिति में भी आपको बदलाव का सामना करना पड़ सकता है. धन हानि होने की संभावना है. आप नेगेटिव भी फील कर सकते हैं. पार्टनर के साथ मनमुटाव की स्थिति पैदा हो सकती है. आपकी सेहत में भी दिक्कतें देखने को मिल सकती हैं.
शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए आपको शनिवार के दिन पीपल के पेड़ और शमी के पेड़ का पूजन करना चाहिए. इसके साथ ही शनिवार को पीपल के पेड़ और शमी की पेड़ पर जल अर्पित करना चाहिए. शाम के समय सरसों के तेल में काले तिल मिलाकर दीपक जलाना चाहिए. इसके अलावा प्रतिदिन शनि और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए. इन उपायों से शनि के दुष्प्रभावों से आपको मुक्ति मिल सकती है.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.