Mokshada Ekadashi 2023: साल 2023 की अंतिम एकादशी 22 दिसंबर 2023 को पड़ रही है. मार्गशीर्ष माह के शुक्लपक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है. यह साल की अंतिम एकादशी होती है. एक साल में कुल 24 एकादशी होती हैं. इनमें से मोक्षदा एकादशी अंतिम एकादशी होती है. इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीहरिविष्णु का पूजन किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन पूजा और व्रत करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन कुछ कार्यों को करने की इस दिन मनाही होती है. मान्यता है कि इन कार्यों को करने से जीवनभर परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
1- मोक्षदा एकादशी या किसी भी एकादशी पर चावल न खाएं.
2- चावल के साथ ही मोक्षदा एकादशी पर मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन, मसूर की दाल, बैंगन और सेमफली का भी सेवन नहीं करना चाहिए.
3- मोक्षदा एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते न तोड़े और न ही तुलसी के पौधे को स्पर्श करें.
4- एकादशी पर किसी भी पेड़-पौधे के फल-फूल नहीं तोड़ने चाहिए. इस कारण भगवान को चढ़ाने वाले फल, फूल, पत्ते आदि एक दिन पहले ही तोड़ लें.
5- इस दिन किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा दिया गया अन्न भी ग्रहण न करें. इससे पुण्य फल में कमी आती है.
6- मोक्षदा एकादशी पर वाद-विवाद से दूर रहें, क्रोध न करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें.
7- इस दिन किसी की भी चुगली न करें और न ही किसी वाद विवाद में पड़े.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.