Iron Ring Benefits : आपने कई लोगों को हाथ की अंगुली में लोहे का छल्ला पहने हुए देखा होगा. यह छल्ला आपको नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव, नजर दोष आदि से बचाने में मदद करता है, लेकिन इसको पहनने की विधि सही होनी चाहिए. शनि के प्रकोप और राहु-केतु की दृष्टि से बचने के लिए शास्त्रों में लोहे का छल्ला हाथ की अंगुली में धारण करने का नियम बताया गया है.
हिंदू धर्म के अनुसार आपके सुख और दुख का कारण आपके कर्मों का फल और ग्रहों व नक्षत्रों की स्थिति होती है. ग्रह सही दशा और दिशा में हैं तो व्यक्ति का भाग्य हमेशा उसका साथ देता है. वहीं, अगर कुंडली में कोई ग्रह कमजोर है तो उसके कारण उस व्यक्ति को जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस ग्रह पीड़ा को शांत करने के लिए आप कई प्रकार के उपायों को कर सकते हैं.
इसी प्रकार शनि और राहु-केतु भी ऐसे ग्रह हैं, जिनकी खराब स्थिति व्यक्ति के जीवन में कठिन समय लेकर आती है. ज्योतिष शास्त्र में इन ग्रहों के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए कई उपाय दिए गए हैं. इन्हीं में से एक उपाय हाथ की अंगुली में लोहे का छल्ला पहनने का है. यह उपाय ग्रहों की शांति के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है.
शास्त्रों में लोहे का संबंध शनिदेव से माना गया है. शनि दोष को दूर करने के लिए कई लोग घोड़े की नाल की अंगूठी धारण करते हैं. वहीं, कुछ लोग लोहे का छल्ला पहनते हैं. ऐसे में लोहे के छल्ला आपको कई परेशानियों से बचाकर रखता है.
अगर आप घोड़े की नाल से बनी लोहे की अंगूठी धारण करते हैं तो इससे आपको कई सारे फायदे मिलते हैं. इससे आप इन समस्याओं से बचे रहते हैं.
1- शनि की साढ़े साती और ढैय्या
2- शनि की महादशा और अंतर्दशा
3- जीवन में सुख-समृद्धि में आने वाली रुकावट दूर होती है.
4- व्यापार में भी आपको उन्नति देखने को मिलती है.
5- राहु-केतु और शनि के अशुभ प्रभावों से बचाव होता है.
6- नकारात्मक शक्तियों और नजरदोष से भी बचाव करने में लोहे की अंगूठी फायदेमंद है.
लोहे के छल्ले को शनिवार के दिन धारण करना शुभ फल देता है. इसके साथ ही पुष्य, अनुराधा, उत्तरा, भाद्रपद और रोहिणी नक्षत्र काफी शुभ माने जाते हैं. लोहे का छल्ला धारण करने वाले दिन आपको सुबह जल्दी उठकर स्नान करना है. इसके बाद साफ वस्त्र पहनने हैं और शनिदेव का ध्यान व उनके सिद्ध मंत्रों का जाप करते हुए पुरुषों को दाएं हाथ की बीच वाली अंगुली (मध्यमा) में इसे धारण करना चाहिए. वहीं, महिलाओं को बाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में इसे धारण करना चाहिए.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.