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जीवन का हर सुख देता है भगवान शिव का यह व्रत, सावन में दोगुना हो जाता है इसका महत्व

Sawan 2024: सावन का महीना काफी खास है और जो भी तिथियां इस महीने में पड़ती हैं उनका महत्व दोगुना हो जाता है. शास्त्रों में भगवान शिव के एक व्रत का वर्णन किया गया है. इस व्रत को रखने से हर पाप का अंत हो जाता है. इसके साथ ही सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं. इस व्रत को करने से भौतिक सुखों की भी प्राप्ति होती है और अंत में व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त करता है.

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: pexels

Sawan 2024:  सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है.इस कारण इस महीने में पड़ने वाली सभी तिथियों का महत्व भी दोगुना हो जाता है. हर महीने में त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. यह व्रत इतना प्रभावशाली है कि इसको करने से जिंदगी के सभी सुख मिलते हैं. शाम का समय प्रदोष काल होता है. इस काल में ही इस व्रत के दिन पूजन किया जाता है. 

साल 2024 के सावन के महीने में 1 अगस्त को प्रदोष व्रत पड़ रहा है. इस दिन शाम को भगवान भोलेनाथ का पूजन जिंदगी के सभी दुखों को दूर करता है और समस्त आशाओं की पूर्ति करता है.माना जाता है कि प्रदोष काल के समय भगवान शिव कैलाश पर्वत पर नृत्य करते हैं. शिव मंदिरों में शाम के समय प्रदोष का पूजन किया जाता है. किसी दिन का प्रदोष काल सूर्यास्त के 45 मिनट पहले से सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक रहता है. 

इस व्रत को रखने मिलता है यह फल

प्रदोष व्रत के पीछे एक कथा है कि एक बार चंद्रमा क्षय रोग हो गया था, इसके कारण उन्हें बेहद अधिक कष्ट था. इसके निवारण के लिए उन्होंने माह की त्रयोदशी तिथि को शाम के समय भगवान भोलेनाथ का पूजन किया. भगवान भोलेनाथ के पूजन से वे रोगमुक्त हो गए. इस कारण त्रयोदशी के दिन इस व्रत को रखा जाता है. इस व्रत की महिमा स्कंद पुराण में भी वर्णित है. 

  • प्रदोष व्रत का फल दिन के हिसाब से अलग-अलग होता है. रविवार के दिन रवि प्रदोष होता है. सूर्य से संबंधित होने के कारण इस व्रत को करने से यश, कीर्ति व सम्मान बढ़ता है. इसके साथ ही सुख-शांति के साथ ही लंबी आयु भी यह व्रत देता है. 
  • सोमवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ता है और अगर आप इसको रखते हैं तो जीवन में शांति आती है और इच्छा पूर्ण होती है. 
  • मंगलवार के दिन प्रदोष व्रत पड़े तो इस दिन व्रत रखने से स्वास्थ्य संबंधी सभी समस्याएं दूर होती हैं और कर्ज से छुटकारा मिलता है. 
  • बुधवार के दिन प्रदोष का व्रत रखने से शिक्षा और ज्ञान की प्राप्ति होती है. इसको करने से मनोकामना पूर्ण होती है. 
  • गुरुवार के दिन प्रदोष व्रत को करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और शत्रुओं का विनाश होता है. 
  • शुक्रवार के दिन प्रदोष व्रत करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है. धन और वैभव भी बढ़ता है. 
  • शनिवार के दिन प्रदोष व्रत करने से मनोकामना पूरी होती है और नौकरी में पदोन्नति मिलती है. 

Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.  theindiadaily.com  इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.