Vijaya Ekadashi 2025: विजया एकादशी का महत्व हिन्दू धर्म में बेहद विशेष है. हर महीने दो एकादशी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष की और दूसरी कृष्ण पक्ष की. फरवरी में फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी कहा जाता है. इस दिन भक्त श्रीहरि विष्णु की पूजा करते हैं और उनके निमित्त व्रत रखते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने और विधिपूर्वक पूजा करने से व्यक्ति को हर कार्य और हर परिस्थिति में विजय प्राप्त होती है.
विजया एकादशी के दिन कुछ विशेष उपायों को करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं. यह दिन विशेष रूप से मनोकामनाओं की पूर्ति, शत्रुओं से छुटकारा, करियर में सफलता और दांपत्य जीवन में मिठास बढ़ाने के लिए लाभकारी माना जाता है. तो आइए जानते हैं कि इस दिन कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं.
अगर आपको लगता है कि आपके घर पर किसी की बुरी नजर लग गई है या नकारात्मक शक्तियों का असर हो रहा है, तो इस दिन गोबर के बने उपले (कंडे) पर 11 कपूर जलाकर पूरे घर में उसका धुआं करें. इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और वातावरण सकारात्मक बनता है.
अगर आप अपने करियर में सफलता चाहते हैं, तो इस दिन भगवान विष्णु को केसर युक्त दूध का भोग अर्पित करें. साथ ही तुलसी के पौधे के नीचे सुबह और शाम घी का दीपक लगाएं. इस उपाय से जल्द ही करियर में सफलता के मार्ग खुलेंगे.
विजया एकादशी के दिन एक सफेद सूत का धागा लेकर पीपल के पेड़ के पास 11 बार परिक्रमा करें और भगवान विष्णु से शत्रुओं से छुटकारा पाने की प्रार्थना करें. इस उपाय से शत्रु शांत होंगे और वे आपके जीवन में कोई विघ्न नहीं डाल पाएंगे.
दांपत्य जीवन में खुशी और मिठास लाने के लिए, इस दिन दूध-चावल की खीर बनाएं और उसे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को अर्पित करें. खीर में तुलसी के पत्ते डालना न भूलें. इससे आपके दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी.
अगर आपके दिल में कोई ऐसी इच्छा है जो लंबे समय से पूरी नहीं हो रही है, तो इस दिन पीले फूलों की माला बनाएं और उसे सफेद धागे में पिरोकर भगवान विष्णु को अर्पित करें. इस उपाय को सच्चे मन से करने पर आपकी मनोकामना जल्द ही पूरी हो जाएगी.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.