Sehri & Iftar Time Today: रमज़ान का पवित्र महीना अब अपने अंतिम चरण में है.लोग ईद की तैयारियों में लगे हुए हैं. बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है. 2 मार्च से शुरू हुए रमज़ान का 27वां रोज़ा शुक्रवार को रखा जा रहा है.
अब ईद-उल-फितर मनाने में कुछ ही दिन बचे हैं. यह आखिरी शुक्रवार है, जिसे अलविदा जुम्मा के रूप में मनाया जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, चांद दिखने के आधार पर ईद 31 मार्च या 1 अप्रैल को मनाई जाएगी.
संयम, आत्म-अनुशासन और भक्ति का महीना
रमज़ान का महीना संयम, आत्म-अनुशासन और भक्ति का प्रतीक है. इस दौरान मुसलमान सूर्योदय से सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं और अपनी आध्यात्मिक शक्ति को मजबूत करने के लिए पांच वक्त की नमाज़, कुरआन की तिलावत और दान-पुण्य करते हैं.
सहरी और इफ़्तार का महत्व
रमज़ान में सहरी (सूर्योदय से पहले भोजन) और इफ़्तार (सूर्यास्त के बाद उपवास खोलना) का विशेष महत्व होता है. भारत के विभिन्न शहरों में सहरी और इफ़्तार का समय स्थानीय सूर्योदय और सूर्यास्त के अनुसार तय किया जाता है.
देश के प्रमुख शहरों में सहरी और इफ़्तार के समय
शहर | सहरी (AM | इफ़्तार (PM) |
दिल्ली | 04:56 | 06:39 |
मुंबई | 05:22 | 06:52 |
चेन्नई | 05:20 | 06:32 |
बेंगलुरु | 05:18 | 06:34 |
कोलकाता | 04:50 | 06:30 |
हैदराबाद | 05:10 | 06:38 |
अलविदा जुम्मा की विशेषता
रमज़ान के अंतिम शुक्रवार को 'अलविदा जुम्मा' के नाम से जाना जाता है. यह दिन विशेष प्रार्थनाओं, इबादत और नेक कार्यों के लिए अहम माना जाता है. इस दिन मुसलमान मस्जिदों में जाकर नमाज़ अदा करते हैं और अल्लाह से रहमत और बरकत की दुआ मांगते हैं.
ईद-उल-फितर की तैयारियां शुरू
जैसे-जैसे रमज़ान का समापन हो रहा है, वैसे-वैसे ईद की तैयारियां भी तेज़ हो गई हैं. लोग नए कपड़े, मिठाइयां और सेवईंया खरीद रहे हैं, ताकि ईद को धूमधाम से मनाया जा सके.