वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों का संबंध पेड़-पौधों से भी है. अगर इनकी पूजा विधिवत की जाए, तो व्यक्ति को ग्रहों के शुभ प्रभाव की प्राप्ति हो सकती है. अब ऐसे में किस ग्रह को मजबूत करने के लिए कौन से पेड़-पौधों की पूजा करनी चाहिए. इसके बारे में जानना जरूरी है. कुंडली में जो ग्रह कमजोर हो उससे जुड़े पेड़ की यदि पूजा की जाए तो ग्रह के दुष्प्रभाव कम हो जाते हैं.
राहु ग्रह
अगर कुंडली में राहु-केतु का दोष हो तो घर में अनार का पौधा लगाना चाहिए. इससे राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव को कम होता है. वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के सामने अनार का पेड़ लगाना शुभता लेकर आता है. इसके अलावा अगर नियमित रूप से प्रत्येक सोमवार को अनार के फूल को शहद में डुबोकर भगवान शिव को समर्पित किया जाए तो इससे बड़ी से बड़ी मुश्किल आसानी से दूर हो जाती है.
अगर आपकी कुंडली में स्थित राहु और केतु की स्थिति कमजोर है, तो पीपल के पेड़ की पूजा करें. इससे आपको रोग-दोष से छुटकारा मिल सकता है.
केतु ग्रह
केतु ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में उपछाया ग्रह माना गया है. ऐसे में कुंडली में केतु की खराब स्थिति व्यक्ति के जीवन में उथल-पुथल मचा देती है. केतु की स्थिति को सही करने के लिए अश्वगंधा के पौधे की पूजा करनी चाहिए. कहते हैं कि इस पौधे की पूजा करने से व्यक्ति की मानसिक समस्याएं दूर होती हैं.
इतना ही नहीं, इस पौधे की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. अगर आपकी कुंडली में केतु कमजोर है, तो कुशा के पौधे की पूजा से कुंडली में केतु मजबूत होगा, जिससे आपके जीवन में कई उपलब्धियां हासिल होंगी.