Premanand Maharaj : वृंदावन के फेमस संत स्वामी प्रेमानंद महाराज अपने दरबार में आने वाले हर व्यक्ति के प्रश्नों का उत्तर काफी सहजता के साथ देते हैं. उनके शिष्य ने उनसे एक सवाल में पूछा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने का क्या तरीका है. इस प्रश्न का महाराज जी ने इतना सुंदर उत्तर दिया कि उसको सुनकर कोई भी भ्रष्टाचार कभी भी नहीं करेगा.
स्वामी प्रेमानंद महाराज जी ने कहा कि जिस मनुष्य के भीतर यह इच्छा आ जाती है कि वह अधिक से अधिक धन कमाए तो कुछ भी कर सकता है. जिसके मन में ऐसा भाव आता है, वह किसी भी रास्ते पर चलने लगता है. यही उसके सर्वनाश का कारण बनता है. महाराज जी ने बताया कि धर्मात्मा पुरुष केवल धर्मपूर्वक आचरण रखता है. वह चाहे जीवन में नमक रोटी ही क्यों न खानी पड़े. ऐसे व्यक्तियों को अपने बच्चों के लिए पैसे जोड़ने नहीं पड़ते हैं. इनके बच्चे खुद ही इतने काबिल होते हैं कि उनके लिए धन की व्यवस्था हो जाती है. वहीं, अधर्मी व्यक्ति जो भी अधर्म से पैसा कमाता है और बच्चों के लिए जमा करता है. वहीं, बाद में उसे पीटते हैं और घर से भी निकाल देते हैं.
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज का नाम आज के समय में हर कोई जानता है. उनसे मिलने हजारों की संख्या में भक्त आते हैं. बड़े से बड़ा नेता और बडे़ से बड़ा सेलिब्रिटी भी उनके दर्शन करने को वृंदावन आता है. महाराज जी अपने आश्रम में सभी से मिलते हैं और सबके प्रश्नों के उत्तर देते हैं.