Papankusha Ekadashi 2024: सनातन धर्म में सभी एकादशी तिथियां विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. एकादशी का संबंध भगवान विष्णु से होता है. आज यानी 13 अक्टूबर को पापांकुशा एकादशी है. पापांकुशा एकादशी पर व्रत रखने से व्यक्ति को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और यह दिन सुख-समृद्धि का संचार करता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विशेष विधियों से की जाती है, जैसे कि तुलसी के पत्ते चढ़ाना और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना.
व्रत का पारण द्वादशी तिथि को किया जाता है और यह व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूती देने का भी एक माध्यम है. आज के दिन घर के कुछ जगहों पर दिया जलाने से सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में.
पापांकुशा एकादशी के दिन मुख्य द्वार पर दीप जलाना बेहद शुभ माना जाता है. मान्यता है कि दिया की रोशनी से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और घर में सकारात्मकता लाता है. जब आप दीपक जलाते हैं, तो यह भगवान विष्णु को आमंत्रित करने का एक तरीका है. दीपक जलाने से घर में सुख और शांति का माहौल बनता है जिससे परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और सौहार्द बढ़ता है.
इस दिन तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने का विशेष महत्व है. तुलसी को पवित्र माना जाता है और इसे माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है. तुलसी के पास दीपक जलाने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं, जिससे घर में सुख-समृद्धि आती है. यह एक आध्यात्मिक क्रिया है जो आपके घर के वातावरण को सकारात्मक बनाती है.
पापांकुशा एकादशी के दिन पूजाघर में घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है. इससे सभी देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है. इसके अलावा, रसोईघर में दीपक जलाने से वास्तुदोष दूर होता है और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है. यह माता अन्नापूर्णा की कृपा को भी आकर्षित करता है.
पापांकुशा एकादशी पर दीप जलाने की विधियां न केवल धार्मिक हैं बल्कि ये आपके जीवन में सुख और समृद्धि लाने का माध्यम भी हैं. इस एकादशी का पालन करके आप नकारात्मकता से दूर रह सकते हैं और सकारात्मकता का अनुभव कर सकते हैं.