Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर भक्तगण भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इस दिन शिवलिंग पर विशेष पूजन करने से भक्तों को शुभ फल मिलता है. हालांकि, कई बार अनजाने में लोग पूजा में ऐसे फूल चढ़ा देते हैं, जो शिव पूजा में वर्जित माने गए हैं. ऐसा करना भगवान शिव को नाराज कर सकता है और जीवन में कष्ट ला सकता है.
बता दें कि इस वर्ष महाशिवरात्रि 26 फरवरी, बुधवार को मनाई जाएगी. इस दिन शिवलिंग पर धतूरा, आक, भांग और बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व होता है, लेकिन कुछ ऐसे फूल भी हैं, जिन्हें भूलकर भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए.
शिवलिंग पर इन फूलों को चढ़ाने से बचें
1. केतकी का फूल
केतकी का फूल भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है, लेकिन इसे शिव पूजा में वर्जित माना गया है. इसके पीछे एक पौराणिक कथा है, जिसमें भगवान ब्रह्मा और भगवान विष्णु के बीच श्रेष्ठता को लेकर विवाद हुआ था. इस विवाद के दौरान भगवान शिव के क्रोध से केतकी को उनकी पूजा में अर्पित करने से मना कर दिया गया.
2. कांटेदार फूल
शिवलिंग पर कांटेदार फूल चढ़ाना अशुभ माना गया है. विशेष रूप से धतूरे के अलावा कोई भी कांटेदार पुष्प शिव जी को नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि यह पारिवारिक कलह और वैवाहिक जीवन में तनाव उत्पन्न कर सकता है.
3. कमल का फूल
कमल का फूल भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार, एक देवता से संबंधित वस्तु का प्रयोग दूसरे देवता की पूजा में नहीं किया जाना चाहिए. इसलिए शिवलिंग पर कमल पुष्प अर्पित करने से बचें.
4. मुरझाए और टूटे फूल
भगवान शिव की पूजा में ताजे और सुगंधित फूल चढ़ाने चाहिए. मुरझाए हुए या टूटे-फूटे फूल अर्पित करना अशुभ माना जाता है. विशेष रूप से महाशिवरात्रि जैसे पावन अवसर पर खराब फूल चढ़ाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है.
5. सूरजमुखी का फूल
सूरजमुखी एक शाही फूल माना जाता है, जो सूर्य देवता से जुड़ा होता है. शिव पूजा में राजसी वस्तुओं का प्रयोग वर्जित है, क्योंकि भगवान शिव त्याग और सादगी के प्रतीक हैं. इसलिए सूरजमुखी का फूल शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए.
शिवलिंग पर कौन से फूल चढ़ाने चाहिए?
भगवान शिव की पूजा में कुछ फूल विशेष रूप से शुभ माने गए हैं, जो इस प्रकार हैं:-
आपको बता दें कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा में सही फूलों का चयन करना अत्यंत आवश्यक है. केतकी, कमल, सूरजमुखी और कांटेदार फूल शिव पूजा में अर्पित करने से बचें, वरना इससे जीवन में कष्ट और परेशानियां आ सकती हैं. शिव जी की पूजा में सादगी और भक्ति का विशेष महत्व है, इसलिए सही विधि से पूजन कर महादेव की कृपा प्राप्त करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)