Astro Tips: कई लोग हैं जो बिना कुछ जानकारी के कुत्ता पाल लेते हैं. इसके बाद वे अपने जीवन में काफी कष्टों को झेलते हैं. वहीं, कुछ लोगों के जीवन में कुत्ते को पालना शुभ समय ले आता है. इसका कारण यह है कि कुत्ता पालना सभी के लिए शुभ नहीं होता है. कुछ लोगों के लिए तो कुत्ता पालना शुभ होता है, वहीं, कुछ लोगों के लिए कुत्ता पालना समस्याओं का अंबार भी लगा देता है. कुत्ता पालते समय आपको किसी योग्य ज्योतिषीय की सलाह अवश्य लेनी चाहिए.
सहीह मुस्लिम हदीस नं.2106 के मुताबिक इस्लाम धर्म में भी कुत्ता पालना वर्जित बताया गया है. उसमें जिक्र है कि जिस घर में भी कुत्ता होता है, वहां फरिश्ते नहीं जाते हैं. वहीं, ऋग्वेद में भी एक जगह पर जघन्य शब्द करने वाले श्वानों का उल्लेख है, जो विनाश के लिए आते हैं. हालांकि कुत्ते को हिंदू धर्म में भगवान भैरव का सेवक माना जाता है. इसी कारण कुत्ते को भोजन देने से भगवान भैरव प्रसन्न होते हैं. मान्यता है कि कुत्ते को प्रसन्न रखने से वह आपके आसपास यमदूतों को नहीं आने देता है. मान्यता है कि कुत्ते को देखकर आत्माएं दूर हो जाती हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुत्ते का संबंध केतु ग्रह से होता है. जिन व्यक्तियों की कुंडली में केतु ग्रह सकारात्मक स्थिति में होते हैं और केतु ग्रह अगर किसी अपने मित्र गृह के साथ है तो आप कुत्ता पाल सकते हैं. बुध, शुक्र और शनि केतु के दोस्त हैं.
ज्योतिष शास्त्र में जिन लोगों की कुंडली में केतु ग्रह लग्न भाव में स्थित हों. उनको कभी कुत्ता नहीं पालना चाहिए. इसके साथ ही केतु ग्रह अगर कुंडली में अशुभ स्थिति में हों तो भी आपको कुत्ता नहीं पालना चाहिए. अगर ऐसे में आप कुत्ता पालते हैं तो आपको आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही जीवन में कलेश हो सकता है.
कुत्ते को भगवान भैरव का सेवक माना जाता है. इस कारण कुत्ते को कभी भी परेशान नहीं करना चाहिए. कुत्ते को खाना खिलाने से भगवान भैरव प्रसन्न होते हैं. घर की पहली रोटी गाय को और अंतिम रोटी कुत्ते को खिलानी चाहिए. ऐसा करने से ग्रहदोष दूर होते हैं.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.