Shani Dev: हिंदू धर्म में शनिदेव को कर्मफलदाता कहा जाता है. शनिदेव न्यायाधीश हैं, जो व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. इसके साथ ही शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित होता है. अधिकतर लोग जानते हैं कि भगवान शनिदेव का वाहन सिर्फ कौआ है, लेकिन ऐसा नहीं है भगवान शनिदेव के कई और भी वाहन हैं, जिनपर वे सवारी करते हैं. शनिदेव जिस वाहन पर किसी राशि में विराजमान होते हैं. इससे शुभ और अशुभ फल के बारे में पता लगाया जाता है.
भगवान शनिदेव के 9 वाहन हैं. किसी व्यक्ति की कुंडली,नक्षत्र, वार और तिथि से इस बात का पता लगाया जा सकता है कि शनिदेव किस वाहन के साथ उस व्यक्ति की राशि में गोचर करने वाले हैं. इसके साथ ही कौन सा वाहने उस व्यक्ति के लिए शुभ है और कौन सा वाहन अशुभ है. आइए जानते हैं कि शनिदेव किन-किन वाहनों की सवारी करते हैं.
भगवान शनिदेव का वाहन शेर भी है. शेर साहस, पराक्रम और समझदारी का सूचक होता है. इस कारण जब शनिदेव सिंह पर सवार होते हैं तो इसे शुभ माना जाता है. इससे शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है.
शनिदेव का वाहन गधा भी है. गधे को मेहनत का प्रतीक माना जाता है. जब शनिदेव गधे पर सवार होकर किसी राशि में प्रवेश करते हैं तो इसका अर्थ होता है कि किसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आपको मेहनत करने की आवश्यकता है. ज्योतिष में शनिदेव की गधे की सवारी को अशुभ माना गया है.
घोड़ा स्फूर्ति, साहस और विजय का प्रतीक है. शनि जब भी किसी व्यक्ति की कुंडली या राशि में घोड़ा पर सवार होते हैं तो इसको शुभ माना जाता है.
हाथी पराक्रम का प्रतीक है. वहीं, शनिदेव का हाथी पर सवार होना काफी अशुभ माना गया है. इसका कारण यह है कि हाथी कभी-कभी उग्र हो जाता है. शनि अगर हाथी पर सवार होकर आते हैं तो इसका अर्थ है कि आपको अपने स्वभाव में विनम्रता लाने की आवश्यकता है.
शनिदेव जब भैंसे पर सवार होकर आते हैं तो इससे किसी व्यक्ति के जीवन में मिलाजुला परिणाम देखने को मिलता है.
शनिदेव का कौवे पर सवार होकर आना काफी अशुभ होता है. इससे व्यक्ति के जीवन में कलह-कलेश आता है. इससे गृहस्थी में शांति नहीं रहती है. इसके साथ ही व्यक्ति को जीवन में कठिनाइयों का सामनाा करना पड़ सकता है.
शनिदेव का सियार पर सवार होना भी शुभ नहीं माना जाता है. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनिदेव सियार पर सवार होकर आते हैं तो इसका अर्थ है कि व्यक्ति को जीवन में दूसरे लोगों पर आश्रित रहना पड़ता है.
शनिदेव का वाहन गिद्ध और कुत्ता भी होता है. इन दोनों पर शनिदेव का सवार होकर आना शुभ नहीं होता है. ऐसे व्यक्ति को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.
हिंदू धर्म में हंस को काफी शुभ माना गया है.शनिदेव का हंस पर सवार होकर आना काफी शुभ और भाग्य प्रदान करने वाला माना जाता है.
Disclaimer : यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.