Dattatreya Jayanti 2024: मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि 14 दिसंबर यानी आज भगवान दत्तात्रेय की जयंती मनाई जाएगी. सनातन धर्म के अनुसार, भगवान दत्तात्रेय को ब्रह्मा, विष्णु और महेश का अंश माना जाता है और इन्हें गुरु का स्वरूप भी माना जाता है. इस दिन की पूजा से विशेष आशीर्वाद मिलते हैं, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि और कष्टों से मुक्ति मिलती है.
वैदिक पंचांग के मुताबिक, 14 दिसंबर को शाम 4:58 बजे से शुरू होकर 15 दिसंबर को दोपहर 2:31 बजे तक रहेगी. आपको बता दें कि भगवान दत्तात्रेय का संबंध गाय और कुत्ते से भी जोड़ा गया है. उनकी पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और कष्टों से मुक्ति मिलती है. चलिए जानते हैं इस क्या चीज करना चाहिए और क्या नहीं.
इस दिन भगवान दत्तात्रेय की पूजा विशेष रूप से करें. भगवान दत्तात्रेय की प्रतिमा को स्थापित कर गंगाजल से स्नान कराएं.
इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है, इसलिए दान जरूर करें.
दत्तात्रेय जयंती के दिन गीता का पाठ करना शुभ माना जाता है.
भगवान दत्तात्रेय को लड्डू का भोग लगाना चाहिए.
इस दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
किसी को अपशब्द न बोलें और झूठ से बचें.
किसी का अनादर करना इस दिन वर्जित है और किसी को खाली हाथ न जाने दें.
भगवान दत्तात्रेय की पूजा करने से त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु और महेश का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन गंगा स्नान और दान करने से पाप नष्ट होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. भगवान दत्तात्रेय की कृपा से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. इस दत्तात्रेय जयंती पर इन सरल उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.