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India Daily

मोबाइल फोन को लेकर सदियों पहले की गई बाबा वेंगा की चौंकाने वाले भविष्यवाणी हुई पूरी तरह सच, अब दुनियाभर मे छिड़ी बहस

बाबा वेंगा अपनी भविष्यवाणियों के लिए आज भी विश्व भर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं. बाबा वेंगा ने भविष्यवाणी की थी कि मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग मानव व्यवहार को पूरी तरह से बदल के रख देगा.

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Edited By: Garima Singh
Baba Vengas
Courtesy: x

Baba Vengas shocking predictions: बुल्गारियाई रहस्यवादी बाबा वेंगा अपनी भविष्यवाणियों के लिए आज भी विश्व भर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं. प्राकृतिक आपदाओं और राजनीतिक उथल-पुथल की भविष्यवाणियों के लिए मशहूर वेंगा ने 2025 के लिए एक ऐसी चेतावनी दी थी. जो अब सच होती दिखाई दे रही है.

ये भविष्यवाणी युद्ध या महामारी से नहीं, बल्कि स्मार्टफोन पर हमारी बढ़ती निर्भरता से जुड़ी है. उनकी यह भविष्यवाणी भावनात्मक अलगाव और डिजिटल लत के खतरों को बारे में बताती है जो आज के समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है. 

स्मार्टफोन और भावनात्मक पतन की चेतावनी

बाबा वेंगा ने भविष्यवाणी की थी कि मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग मानव व्यवहार को पूरी तरह से बदल के रख देगा. उन्होंने चेतावनी दी थी कि स्मार्टफोन पर अत्यधिक निर्भरता न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाएगी, बल्कि भावनात्मक और सामाजिक कल्याण को भी प्रभावित करेगी. वेंगा ने कहा था कि मनुष्य धीरे-धीरे वास्तविक भावनाओं को महसूस करने की क्षमता खो देंगे, जिससे उनका जीवन वास्तविकता से कट जाएगा. उन्होंने एक ऐसे भविष्य की भविष्यवाणी की जहां लोग मशीनों की तरह व्यवहार करेंगे. गहरे रिश्तों के प्रति उदासीन, और डिजिटल उपकरणों पर निर्भर रहेंगे. 

2025 में स्मार्टफोन का बढ़ता प्रभाव

रिसर्च बाबा वेंगा की इस चेतावनी को सही ठहराते  हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और व्यवहारिक अध्ययनों के मुताबिक, 2025 तक लोग औसतन 7 घंटे से अधिक समय स्क्रीन पर बिताते हैं, जिसमें से 4 घंटे स्मार्टफोन पर खर्च होते हैं. मनोवैज्ञानिक अध्ययनों ने स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से होने वाली समस्याओं को उजागर किया है.

  • नीली रोशनी के कारण नींद में गड़बड़ी. 
  • सोशल मीडिया कनेक्टिविटी से बढ़ता तनाव.
  • छात्रों और पेशेवरों में कम ध्यान अवधि और उत्पादकता में कमी.
  • चिंता, अवसाद और अकेलेपन जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं.

विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप्स द्वारा बनाया गया डोपामाइन फीडबैक लूप, खासकर युवाओं के दिमाग को प्रभावित कर रहा है. बाबा वंगा की भविष्यवाणी आज के समाज में स्मार्टफोन की लत को देखते हुए और भी प्रासंगिक हो गई है. उनकी चेतावनी हमें डिजिटल दुनिया और वास्तविक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने की याद दिला रही है.