Amalaki Ekadashi 2025: आमलकी एकादशी पर करें आंवले से जुड़े ये 4 खास उपाय, जीवन में आएगी खुशहाली

Amalaki Ekadashi 2025 Upay: माना जाता है कि आंवला पेड़ के मूल में विष्णु,उसके ऊपर ब्रह्मा, तने में रूद्र,शाखाओं में मुनिगण, टहनियों में देवता,पत्तों में वसु,फूलों में मरुदगण और फलों में समस्त प्रजापति का वास है. इस वजह से भगवान विष्णु को आंवला बहुत पसंद है. ऐसे में आंवला से जुड़े कुछ उपाय करना फायदेमंद हो सकता है.

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Amalaki Ekadashi 2025: फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी को 'आमलकी' के नाम से जाना जाता है. इस बार आज 10 मार्च 2025 सोमवार को मनाई जाएगी. आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के साथ आंवला पेड़ की पूजा की जाती है. आज के दिन परशुराम जी के स्वरूप में श्री विष्णुजी की पूजा की जाती है. पद्म पुराण के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु के मुख से  चन्द्रमा जैसा कांतिमान एक बिंदु धरती पर गिरा था उसी से आंवला का वृक्ष  पैदा हुआ. 

माना जाता है कि आंवला पेड़ के मूल में विष्णु,उसके ऊपर ब्रह्मा, तने में रूद्र,शाखाओं में मुनिगण, टहनियों में देवता,पत्तों में वसु,फूलों में मरुदगण और फलों में समस्त प्रजापति का वास है. इस वजह से भगवान विष्णु को आंवला बहुत पसंद है. ऐसे में आंवला से जुड़े कुछ उपाय करना फायदेमंद हो सकता है.

पुण्य प्राप्ति के लिए

आमलकी एकादशी के मौके पर आंवला पेड़ के पास जाकर वहां रात के समय दीप शृंखला प्रज्वलित करके रात्रि जागरण करें. इसके साथ  हरि कीर्तन भी करें. ऐसा करने से मनुष्य को सभी पापों से छुटकारा मिल सकता है. आमलकी एकादशी के दिन आंवले के वृक्ष का स्पर्श कर प्रदिक्षणा करें. आप चाहें तो उसी के नीचे ब्राह्मण को भोजन कराएं. यह खास उपाय करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. 

वैवाहिक जीवन में सुख-शांति के लिए 

अगर आप वैवाहिक जीवन में सुख-शांति पाना चाहते हैं तो  आमलकी एकादशी के दिन व्रत रखें. आंवले पेड़ की पूजा के दौरान कच्चा दूध चढ़ाए. साथ में  रोली ,अक्षत, पुष्प, गंध आदि भी चढ़ाए और विधिपूर्वक पूजा भी करें. इसके साथ आंवला के पेड़ पर मौली बांधकर शांति से भगवान विष्णु के मंत्र का जाप जरूर करें. 

बीमारियों से ऐसे पाए छुटकारा

भविष्य, स्कंद, पद्म और विष्णु पुराण के अनुसार, आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु,  मां लक्ष्मी और आंवले पेड़ की पूजा की जाती है. आंवले पेड़ की पूजा करने के बाद उसकी छाया में बैठकर भोजन करना चाहिए. ऐसा करने से सभी तरह के पाप और बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है. 

करियर में सफलता

आमलकी एकादशी के दिन पूजा करने के बाद भगवान विष्णु को आंवले का भोग लगाएं. इसके बाद बैठकर ओम दामोदराय नमः, ॐ पद्मनाभाय नमः, या ॐ वैकुण्ठाय नमः इनमें से किसी भी मंत्र का जाप करें.  इसके अलावा,  खास दिन पर  शिवलिंग पर जलधारा चढ़ाने के साथ आंवले की पत्तियां चढ़ाने से लाभ मिलता है. 

यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.  theindiadaily.com  इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.