Astrology Prediction: 4 जून को ये पूरी तरह से साफ हो जाएगा कि 18वीं लोकसभा में किसकी सरकार बनने वाली है. मैदान में NDA और INDIA गठबंधन प्रमुख रूप से लड़ रहे हैं. बीती 1 जून को वोटिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इसके साथ ही सभी सर्वे एजेंसियों ने भी एग्जिट पोल का रिजल्ट एनाउंस कर दिया है. एग्जिट पोल में भाजपा सरकार ही जीत रही है, लेकिन यह अनुमान कितना सही है, ये तो चुनाव के नतीजे आने के बाद ही पता लग पाएगा.
अगर हम ज्योतिष की बात करें तो इसके द्वारा भी हम ग्रहों की चाल से यह अनुमान लगा सकते हैं कि 4 जून को किसकी सरकार बनने वाली है. इसमें भारत देश की लग्न की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में है. शुक्र की दशा के अनुसार स्थिर सरकार आने की संभावना है, अर्थात् पूर्ण बहुमत से ही सरकार बनेगी. इसके साथ ही देश की कुंडली में बुध-सूर्य और गुरु का कॉम्बिनेशन हो रहा है, इससे सीधा इशारा है कि अभी जो भी पार्टी सत्ता में है, वह वापस आएगी. इसके साथ ही कुंभ राशि में शनि मौजूद हैं.कुंडली के आठवें घर के स्वामी बृहस्पति है और यह स्थान किसी भी लग्नेश के लिए अच्छा नहीं होता है. इससे साफ होता है कि देश को भले ही मजबूत सरकार क्यों न मिले पर कुछ न कुछ अप्रत्याशित होने की पूरी उम्मीद है. यह इशारा विपक्ष के मजबूत होने का भी हो सकता है.
राजनीतिक विश्लेषकों जो भी कहें पर भारतीय जनता पार्टी की कुंडली में अभी भी राजयोग की समाप्ति नहीं हुई है. इस पार्टी की कुंडली में मिथुन लग्न और वृषभ नवमांश है. जन्मांग और नवमांश दोनों में तीसरे भाव से स्वामी 10वें भाव में हैं. यह पार्टी के पराक्र को और बढ़ाएंगे. अभी हुए ग्रहों के गोचर भी पार्टी के पक्ष में हैं. शनि के कारण कुछ सीटों पर पार्टी को नुकसान होने की संभावना है पर बीजेपी के सत्ता में आने की संभावना काफी अधिक हैं.
कांग्रेस की कुंडली में अभी बृहस्पति की दशा में राहु की अंतर्दशी चल रही है. इससे साफ होता है कि कांग्रेस को अभी और संघर्ष करना पड़ सकता है. वहीं, 2024 में पार्टी की स्थिति कुछ सीटों पर सुधरेगी. अन्य जगहों पर राहु और केतु कुछ परेशानियां पैदा कर सकते हैं. इस कारण यह चुनाव भी कांग्रेस पार्टी के पक्ष में नहीं दिख रहा है.
भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली की बात करें तो गुरु, शुक्र और शनि तीनों ग्रह केंद्र में ही विराजमान हैं. जो हंस, शस और मालव्य राजयोग का निर्माण कर रहे हैं. इसके साथ ही चंद्रमा भी लग्न में मंगल के साथ विराजमान हैं तो इससे नीचभंग राजयोग और महालक्ष्मी राजयोग बन रहा है. ऐसे में मंगल और चंद्रमा की युति मोदी का राजतिलक कराएगी.
राहुल गांधी की कुंडली की बात करें तो उनकी कुंडली में गुरु वक्री होकर लग्न में विराजमान हैं. इसके साथ ही भाग्येश खुद से 12वें होकर 8वें भाव में विराजित हैं. इसके साथ ही चतुर्थेस का नीच होना भी उनको जनता का समर्थन नहीं लेने देगा. वहीं, दशमेश की स्थिति भी विकट होने से राहुल अभी सत्ता से दूर ही रहने वाले हैं.
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